mugal kal ka itihaas : इस लेख में भारत में मुगल वंश का संस्थापक एवं मुगल काल का इतिहास, मुगल वंश का अंतिम शाशक के बारे में जानकारी दी गयी है. मुगलों ने भारत पर लगभग 300 वर्ष तक शासन किया. इस दौरान किसी ने भारत का सर्वनाश किया तो किसी ने भारत में स्थापत्य कला का विकास किया.
मुगल वंश (Mugal Kal Ka Itihaas)
mugal kal ka itihaas: दिल्ली सल्तनत के पतन के बाद भारत में मुगल वंश की स्थापना बाबर ने की. 1526 में पानीपत का प्रथम युद्ध अब्राहिम लोदी (लोदी वंश का अंतिम शासक) और बाबर के बीच में हुआ जिसमें बाबर की विजय हुआ और इब्राहिम लोदी की हार | इब्राहिम लोदी के इस हार के बाद दिल्ली सल्तनत का पूर्ण रूप से अंत हो चुका था बाबर ने एक नए वंश मुगल वंश की स्थापना की.
मुगल वंश के शासक (Mugal Kal Ke Shashak)
- बाबर (1526 – 1530 ई.)
- हुमायुँ (1530 – 1556 ई.)
- शेरशाह (1540 – 1545 ई.)
- अकबर (1556 – 1605 ई.)
- जहाँगीर (1605 – 1627 ई.)
- शाहजहाँ (1627 – 1657 ई.)
- औरंगजेब (1658 – 1707 ई.)
मुगल वंश का संस्थापक बाबर का इतिहास – (1526 – 1530 ई.)
बाबर का जन्म – बाबर का जन्म 14 फरवरी 1483 में फरगना में हुआ था बाबर का पूरा नाम जहीरूद्दीन मुहम्मद बाबर था | बाबर के पिता का नाम उमरशेख मिर्जा था बाबर 1494 में फरगना का शासक बना और 1494 में काबूल पर अपना अधिकार कर लिया तथा 1507 में पादशाह की उपाधि धारण करने वाला एक मात्र तुर्क शासक बना हालांकि इससे पहले बाबर ‘मिर्जा’ की उपाधि धारण करता था | बाबर पिता की ओर से तैमूर वंश का 5वा वंशज तथा माता की ओर से चंगेज खां की ओर से 14वा वंशज था | बाबर के 4 पुत्र थे हिंदाल, कामरान, हुमायुँ और असकरी |
इतना ही नहीं बाबर ने भारत पर पांच बार आक्रमण किया अर्थात बाबर भारत पर पाचवां आक्रमण इब्राहिम लोदी के बीच हुआ इस युद्ध में बाबर की विजय हुई | बाबर के विजय का कारण तोपखाना था |
बाबर के भारत आने का कारण
बाबर को भारत आने के लिए दौलत खान लोदी और इब्राहिम लोदी के चाचा आलम खान लोदी ने निमंत्रण दिया था, आलम खान लोदी इब्राहिम लोदी की जगह देना चाहता था परंतु यह दांव उल्टा पड़ गया | बाबर की आत्मकथा बाबरनामा है जिसने बाबा ने लिखा है कि उसे भारत आने के लिए किन-किन लोगों ने निमंत्रण दिया था इसके अलावा किसी अन्य साक्ष्य से इसकी पुष्टि नहीं की जा सकी है पानीपत की लड़ाई बाबर द्वारा भारत पर पांचवा आक्रमण था भारत का पहला आक्रमण 1519 में बाजौर पर किया और इसी क्रम में उसने भेरा के किले को भी जीत लिया था | बाबर ने पानीपत के प्रथम युद्ध में जेहाद का नारा दिया था और काबुल के जितने भी निवासी थे सभी को चांदी का सिक्का भी दिया यहां पर बाबर का उदार देखकर इसे कलंदर भी कहा जाने लगा था | बाबर के तोपखाने का नेतृत्व मुस्तफा खान और उस्ताद अली ने किया था | बांका नहीं जिसने भारत पर अधिकार किया था उस समय बंगाल, गुजरात, सिंध, मालवा, विजय नगर एवं बहमनी, मेवाड़, कश्मीर आदि एक स्वतंत्र राज्य थे | हालांकि बाबर ने अपनी आत्मकथा में विजयनगर साम्राज्य में कृष्णदेव राय को एक शक्तिशाली शासक के रूप इसका जिक्र किया है |
बाबर द्वारा लड़े गए युद्ध
पानीपत का प्रथम युद्ध -21 अप्रैल 1526 ई. में
बाबर द्वारा लड़े गए युद्ध में पानीपत का प्रथम युद्ध 21 अप्रैल 1526 में बाबर और इब्राहिम लोदी के बीच हुआ युद्ध में बाबर की विजय हुई |
खानवा का युद्ध -1527 ई. में
खानवा का युद्ध मेवाड़ के शासक राणा सांगा और बाबर के बीच में हुआ इस युद्ध में भी बाबर विजई हुआ क्योंकि बाबर ने अपने सैनिकों का मनोबल बढ़ाने के लिए तमगा नामक कर को समाप्त कर दिया, तमगा कर एक व्यापारी कर था | इस युद्ध में विजयी होने के बाद बाबर ने गाजी की उपाधि धारण की |
चंदेरी का युद्ध – 29 जनवरी 1528 ई. में
चंदेरी का युद्ध चंदेरी के सूबेदार मेदनी राय और बाबर के बीच में हुआ इस युद्ध में मेदनी राय की हार हुई | इस युद्ध के विजई होने के दौरान बाबा ने अपने दो पुत्रों की शादी मेदनी राय की दो पुत्रियों के साथ कर दिया | हुमायुँ और कामरान की शादी मेदनी राय की दोनों पुत्रियों के साथ कर दिया गया |
घाघरा का युद्ध – 6 मई 1529 ई.
इस युद्ध में बाबर ने अफ़गानों की संयुक्त एवं विशाल सेना को पराजित कर दिया इस युद्ध के बाद बाबर ने भारत पर अपना पूर्ण अधिकार कर लिया | सिंध से लेकर बिहार तक और उत्तर में हिमालय से लेकर ग्वालियर तक बाबर का विशाल साम्राज्य हो गया | अगले वर्ष 26 दिसंबर 1530 में आगरा में बाबर की मृत्यु हो गई प्रारंभ में इसके शव को आराम बाग में दफनाया गया परंतु बाद में इसे काबुल में बाबर द्वारा चुने गए स्थान पर दफना दिया गया हालांकि कुछ विद्वानों ने यह भी मतभेद रहा है कि बाबर की मृत्यु के पीछे इब्राहिम लोदी की मां द्वारा दिया गया विष का प्याला था |
बाबर बाग का शौकीन था इसलिए उसने आगरा के आराम बाग में ज्यामितीय विधि से बाग लगवाया और इसे नूरे अफगान कहा गया | वर्तमान समय में इसे आरामबाग के नाम से जाना जाता है | बाबर ने खेतों और सड़कों की नपाई के लिए ‘गज ए बाबरी’ नामक एक माप बनाया |
बाबर से पूछे जाने वाले महत्वपूर्ण प्रश्न FAQs
Q. मुगल वंश का संस्थापक कौन था ?
Answer : बाबर
Q. पानीपत का प्रथम युद्ध कब हुआ था ?
Answer : 21 अप्रैल 1526
Q. पानीपत का प्रथम युद्ध किसके बीच हुआ था ?
Answer : इब्राहिम लोदी और बाबर के बीच
Q. बाबर के पिता का क्या नाम था ?
Answer : बाबर के पिता का नाम उमर शेख मिर्जा था .
Q. घाघरा का युद्ध कब हुआ था ?
Answer : 6 मई 1529
Q. खानवा का युद्ध कब हुआ था ?
Answer : 1527
Q. बाबर की मृत्यु कब हुई थी
Answer : 30 दिसंबर 1530
दिल्ली सल्तनत का इतिहास यहां से पढ़ें
- भारत पर पहला तुर्क आक्रमण
- गुलाम वंश (Gulam Dynasty)
- खिलजी वंश (Khilaji Dynasty)
- तुगलक वंश (Tuglak Dynasty)
- 100 GK Question with Answer
प्रिय छात्र गण एवं पाठक यह नोट्स (mugal kal ka itihas) कैसा लगा हमें कमेंट करके जरूर बताएं, अगर आपके कोई सवाल है तो आप कमेंट में जरूर लिखें और इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ व्हाट्सएप और फेसबुक पर शेयर भी करें |
Mugal Vansh in Hindi |मुगल वंश के महत्वपूर्ण प्रश्न एवं संस्थापक अगला लेख महत्वपूर्ण होगा इसलिए हमारे साथ बने रहें |
धन्यवाद!!