Computer and Types of Computer
सन्देश :- प्रिय स्टूडेंट अगर आपने आज तक कंप्यूटर के बारे में कुछ भी नहीं पढा है या आपने थोड़ा बहुत कंप्यूटर के बारे में जानकारी रखी है तो यहां आपको सारी चीजें बेसिक से एडवांस लेवल तक बताई जाएंगी और भविष्य की आगामी परीक्षाओं के लिए हम इस पर आधारित क्विज भी करवाएंगे उससे पहले यह नोट करके जरूर रखें क्योंकि इसको पढ़ने के बाद ना तो आपको मार्केट में किसी किताब की जरूरत पड़ेगी ना किसी अध्यापक की ♥️
Computer :-
कंप्यूटर वह इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जो दिए गए निर्देशों का पालन करके सत्य और विश्वसनीय परिणाम देता है |
Computer का अविष्कार चार्ल्स बैबेज ने सन 1833 में किया था इन्होंने कंप्यूटर का नाम लैटिन भाषा के शब्द “Comput” जिसका अर्थ है गणना करना के नाम पर कंप्यूटर रखा |
कंप्यूटर शब्द के सभी अक्षर का एक अलग अर्थ है
C – Communication
O – Operating
M – Machine
P – Particular
U – Used
T – Technology
E – Education
R – Research
कंप्यूटर के प्रमुख कार्य (Computer) –
कंप्यूटर का मुख्य कार्य इनपुट को आउटपुट में बदलना होता है
Computer main work is changing input to output.
कंप्यूटर के प्रकार (Types of Computer)-
कंप्यूटर के अनेक प्रकार होते हैं परंतु आजकल पर्सनल कंप्यूटर का उपयोग बहुत अधिक प्रचलन में है इस कंप्यूटर को Electronic Digital Personal Computer कहते हैं |
कंप्यूटर का वर्गीकरण (Classification of Computer)-
1. यांत्रिक कंप्यूटर – यह कंप्यूटर यांत्रिक युक्ति से बनाए गए थे अब इनका प्रचलन नहीं है |
2. इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर – वर्तमान में इसी कंप्यूटर का प्रचलन है या कंप्यूटर इलेक्ट्रॉनिक सर्किट पर आधारित होता है |
श्रेणी के आधार पर कंप्यूटर के प्रकार –
श्रेणी के आधार पर कंप्यूटर तीन प्रकार के होते हैं
(i) Analog Computer –
एनालॉग कंप्यूटर वे कंप्यूटर होते हैं जो किसी भौतिक क्रिया का मॉडल बनाकर उसको निरंतर सुचारू रूप से जारी रखने के लिए निर्देश देने के काम में आता है या कंप्यूटर उद्योग इक्रिया शालाओं में प्रयोग किए जाते हैं |
(ii) Digital Computer –
डिजिटल कंप्यूटर वे कंप्यूटर होते हैं जो अंक गणितीय विश्लेषण के आधार पर निम्न अनुसार कार्य करते हैं –
A) सूचनाओं का विश्लेषण के लिए आवश्यक समय तक स्टोर करना
B) प्राप्त सूचनाओं का संवहन करना
C) अति सूक्ष्म समय में विश्लेषण करना
D) विषलेषित परिणामों में प्रिंटर की सहायता से प्रिंट करना
उद्देश्य के आधार पर कंप्यूटर के प्रकार –
उद्देश्य के आधार पर कंप्यूटर को तीन भागों में बांटा गया है जो निम्न है –
(i) HIMC Computer –
यह कंप्यूटर रिमोट कंट्रोल के लिए उपयोग में लाए जाते हैं जिनका उपयोग रॉकेट लॉन्चिंग, सैटेलाइट लॉन्चिंग में किया जाता है |
(ii) Special Computer –
यह कंप्यूटर एक विशेष उद्देश्य के लिए तैयार किए जाते हैं इनका उपयोग वायुयान यातायात नियंत्रण, वायुयान आरक्षण, औद्योगिक क्रियाओं के नियंत्रण आदि के लिए किया जाता है इसका मूल उद्देश्य कम खर्च में उत्तम सर्विस देना होता है |
(iii) General Computer –
यह कंप्यूटर विभिन्न क्रियाकलापों को अत्यधिक गति से पूर्ण क्षमता के साथ करने के लिए निर्मित किया जाते हैं |
क्षमता के आधार पर कंप्यूटर के प्रकार –
क्षमता के आधार पर कंप्यूटर को चार भागों में बांटा गया है यह निम्नलिखित है –
(i) Mini Computer –
मिनी कंप्यूटर माइक्रो कंप्यूटर से बड़ा होता है या कम लागत का होता है PD, मिनी कंप्यूटर कहलाता है |
(ii) Micro Computer –
माइक्रो कंप्यूटर आकार में छोटा होता है इसका प्राथमिक हिस्सा माइक्रो प्रोसेसर होता है जो एक से अधिक कमाई करो शिव का बना होता है तथा प्रोसेसिंग यूनिट के क्रियाकलापों को पूर्ण करता है PC, XT, AT इसी के उदाहरण है मुख्य रूप से देखा जाए तो आजकल माइक्रो कंप्यूटर का ही उपयोग बहुत ज्यादा संख्या में किया जा रहा है |
(iii) Main Fraim Computer –
यह आकार में बहुत बड़ा होता है इसकी क्षमता व कार्य करने की स्पीड भी अधिक होती है |
(iv) Super Computer –
सुपर कंप्यूटर अत्यधिक स्टोर क्षमता व स्पीड वाला कंप्यूटर होता है भारत का सुपर कंप्यूटर परम है |
Generation of Computer –
First Generation – 1946-1956
Second Generation – 1956-1964
Third Generation – 1964-1970
Forth Generation – 1970-1985
Fifth Generation – 1985 से आजतक
Computer की विशेषताएं –
- High Speed ( उच्च गति )
- Storage Capacity (संचय क्षमता )
- विश्वसनीयता
- Autumation (स्वचालित)
- निर्णय लेने की क्षमता
- जानकारी शीघ्र प्राप्ति
Computer के अंग
(i) Hardware
(ii) Software
(iii) Disk Operating System (DOS)
HARDWARE – कंप्यूटर के ऐसे भाग जिनको हम सो सकते हैं उसे हम हार्डवेयर कहते हैं जैसे मॉनिटर, कीबोर्ड, सीपीयू आदि |
SOFTWARE – कंप्यूटर के ऐसे बात जिनको हम छू नहीं सकते हैं और कंप्यूटर पर चलाए जाने वाले प्रोग्राम सॉफ्टवेयर कहलाते हैं जिनकी सहायता से गणना, पत्र लेखन, डिजाइनिंग अधिकारी किया जाता है |
DOS – DISK OPERATING SYSTEM –
यह हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर के बीच संबंध स्थापित करता है इस की अनुपस्थिति में कंप्यूटर व सॉफ्टवेयर काम करना बंद कर देते हैं |
Memory of Computer – इसे आंतरिक अथवा प्राथमिक मेमोरी भी कहा जाता है और यह दो प्रकार की होती है |
(i) ROM (ii) RAM
ROM – Read Only Memory
यह कंप्यूटर की अस्थाई मेमोरी होती है इसमें हम कोई भी परिवर्तन नहीं रख सकते हैं |
RAM – Random Access Memory
यह कंप्यूटर की अस्थाई मेमोरी होती है जब हम कंप्यूटर पर कार्य कर रहे होते हैं उस समय हमारे द्वारा स्टोरिया फीड किया गया मैटर ROM चला जाता है और स्थाई हो जाता है |
कुछ अन्य मेमोरी
Hard Disk – हार्ड डिस्क 21 टो कैश सिटी फ्लॉपी डिस्क सबसे ज्यादा होती है इसे कंप्यूटर के सीपीयू में स्थापित किया जाता है इसकी स्टोर Capacity 20MB, 40MB, 120MB एवं इससे अधिक होती है |
Floppy Disk – इसका एक उपयोग कंप्यूटर में प्राप्त परिणामों कुछ दूर करने या एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर में ट्रांसफर करने के लिए किया जाता है |
कंप्यूटर के 3 मुख्य भाग
(i) Moniter
(ii) CPU
(iii) Keyboard